SIDH KUNJIKA FUNDAMENTALS EXPLAINED

sidh kunjika Fundamentals Explained

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देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:

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चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥

छठ की व्यापकता में पोखर तालाब से टूटता नाता

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली more info उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ

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